“मंगल ग्रह के रहस्यों की खोज: लाल ग्रह दिवस मनाना”
भारत का मंगलयान मिशन (मार्स ऑर्बिटर मिशन) 2013 में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया और इसने भारत को मंगल पर यान भेजने वाला पहला एशियाई देश बना दिया। इस मिशन की विशेषताएं:
भारत का मंगलयान मिशन (मार्स ऑर्बिटर मिशन) 2013 में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया और इसने भारत को मंगल पर यान भेजने वाला पहला एशियाई देश बना दिया। इस मिशन की विशेषताएं:
“हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्वसंपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए… न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सुनिश्चित करने का संकल्प लेते हैं।”
महिलाओं के खिलाफ हिंसा एक ऐसी समस्या है जो सिर्फ किसी एक देश या क्षेत्र तक सीमित नहीं है। यह समस्या दुनिया भर में फैली हुई है और इसके अनेक रूप हैं। हर साल 25 नवंबर को महिलाओं
भारत में सिख धर्म और भारतीय इतिहास का एक ऐसा अध्याय है जो धार्मिक स्वतंत्रता और मानव अधिकारों की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान का प्रतीक है।
गुरु नानक देव जी (1469-1539) सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु थे। उनका जन्म 15 अप्रैल 1469 को तलवंडी (अब पाकिस्तान में ननकाना साहिब) नामक स्थान पर हुआ था। उनके पिता का नाम कालू मेहता और माता का नाम तृप्ता देवी था। गुरु नानक देव जी का जीवन सत्य, धर्म, और मानवता की सेवा के लिए समर्पित था।
कर्नाटक, भारत के दक्षिणी भाग में स्थित एक ऐसा राज्य है, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक महत्व, और भव्य परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। कर्नाटक राज्योत्सव, जिसे हर साल 1 नवंबर को मनाया जाता है, इस राज्य की एकता, विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है। यह दिन कर्नाटक की स्थापना की वर्षगांठ का प्रतीक है, जब 1956 में विभिन्न कन्नड़ भाषी क्षेत्रों को मिलाकर एक राज्य का गठन किया गया था। इस लेख में, हम कर्नाटक राज्योत्सव की महत्ता, इसके आयोजन, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, और इसके माध्यम से फैलाए गए एकता के संदेश पर विस्तृत चर्चा करेंगे।
पटाखों का इतिहास बहुत पुराना है और इसका आरंभ चीन से माना जाता है। लगभग 2000 साल पहले चीन में बारूद का आविष्कार हुआ था, जिससे आतिशबाजी का चलन शुरू हुआ। चीन में पटाखों का उपयोग पहले बुरी आत्माओं को भगाने के लिए किया जाता था, जिसे बाद में उत्सवों और समारोहों का हिस्सा बना लिया गया। धीरे-धीरे यह कला और तकनीक दुनिया भर में फैल गई।
हरियाणा दिवस हर साल 1 नवंबर को मनाया जाता है, जो इस राज्य के गठन की स्मृति में मनाया जाता है। 1966 में भारत सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया, जिसके तहत हरियाणा को पंजाब से अलग कर एक स्वतंत्र राज्य का दर्जा दिया गया। यह निर्णय भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण था क्योंकि इसके माध्यम से भाषाई, सांस्कृतिक और आर्थिक आधार पर एक नए राज्य की रचना हुई। इस लेख में हम हरियाणा के इतिहास, हरियाणा दिवस का महत्व, और राज्य के विकास के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से जानेंगे।
भगवान गौतम बुद्ध का जीवन भारतीय उपमहाद्वीप के इतिहास में एक महत्त्वपूर्ण घटना है। आज से लगभग 2500 वर्ष पूर्व, शाक्य वंश के राजकुमार सिद्धार्थ का जन्म कपिलवस्तु के एक संपन्न परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन के शुरुआती वर्षों में सुख, समृद्धि और शाही वैभव देखा। लेकिन युवा सिद्धार्थ का हृदय समाज में व्याप्त पीड़ा और दुःख को देखकर विचलित हो गया था। उन्होंने जीवन की सच्चाई, दुःख और शांति का मार्ग खोजने के लिए संसारिक मोह-माया को त्याग दिया और वन की ओर प्रस्थान किया।
मैं भी शाकाहार के पक्ष में हूं, तुम्हारी वजह से! नहीं तो तुम कभी आकाश में न उड़ सकोगे। तुम्हारे उड़ने की क्षमता टूट जाएगी। शाकाहार तुम्हें हलका करेगा। सम्यक आहार तुम्हें बिलकुल हलका कर देगा, शरीर का बोझ ही न लगेगा। जैसे अभी पंख मिल जाएं तो तुम अभी उड़ जाओ। जमीन तुम्हें खींचेंगी […]